Yogasan

Janu sirsasana | जानुशीर्षासन की विधि, लाभ एवं अंतर्विरोध

जानु शीर्षासन (Janu Shirasasana)

जानुशीर्षासन क्या है?

जानुशीर्षासन करने की प्रकिया | How to do Janu sirsasana

Yoga Asana – Forward Bend 1

  • पैरों को सामने की ओर सीधे फैलाते हुए बैठ जाएँ,रीढ़ की हड्डी सीधी रखें।
  • बाएँ घुटने को मोड़े, बाएँ पैर के तलवे को दाहिनी जांघ के पास रखें, बायाँ घुटना ज़मीन  पर रहे।
  • साँस भरें,दोनों हाथों को सिर से ऊपर उठाएँ, खींचे ओर कमर को दाहिनी तरफ घुमाएँ।
  • साँस छोड़ते हुए कूल्हों के जोड़ से आगे झुकें,रीढ़ की हड्डी सीधी रखते हुए , ठुड्डी को पंजों की और बढ़ाएँ।
  • अगर संभव हो तो अपने पैरों के अंगूठों को पकडे,कोहनी को जमीन पर लगाएँ,अँगुलियों को खींचते हुए आगे की ओर बढ़े।
  • साँस रोकें। (स्थिति को बनाए रखें)
  • साँस भरें, साँस छोड़ते हुए ऊपर उठें,हाथों को बगल से नीचे ले आएँ।
  • पूरी प्रक्रिया को दाएँ पैर के साथ दोहराएँ।

 

जानुशीर्षासन के लाभ |Benefits of the Janu sirsasana

  • पीठ के निचले हिस्से का व्यायाम हो जाता है।
  • उदर के अंगों व् कन्धों का व्यायाम हो जाता है।

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