Surya Grahan 21 June Solar Eclipse Timing : 21 जून रविवार को सूर्यग्रहण, जानें भारत में कब से लगेगा ग्रहण
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सूर्यग्रहण को लेकर मान्यताएं
Surya Grahan 21 June को लेकर लोगों के बीच अलग-अलग प्रकार की मान्यताएं रहती हैं। ऐसे में लोग घर पर रहना पसंद करते हैं और कुछ भी खाने से बचते हैं। तुलसी के पत्तों को जल में और दूध, दही व घी में डालकर रखा जाता है, ताकि ग्रहण के दुष्प्रभाव से बचा जा सके। ग्रहण के दौरान पूजापाठ की मनाही होती है और मूर्तियों को स्पर्श भी नहीं किया जाता है। ग्रहण खत्म होने के बाद लोग स्नान भी करते हैं। सूर्य देव की उपासना वाले मंत्रों का उच्चारण भी ग्रहण के दौरान किया जाता है।
21 जून को सूर्यग्रहण जानें समय और प्रभाव
21 जून रविवार को साल का पहला सूर्यग्रहण लगने जा रहा है जो पूरे 5 घंटे 48 मिनट का होगा लेकिन भारत में यह केवल 3 घंटे 26 मिनट तक दृश्य रहेगा। इस ग्रहण का व्यापक असर ना सिर्फ भारत पर होगा बल्कि इसका प्रभाव चीन, अमेरिका, सहित दुनिया के कई अन्य देशों पर भी दिखेगा। इस ग्रहण को 26 दिसंबर 2019 के ग्रहण के बाद फैले कोरोना महामारी के प्रभाव से मुक्ति दिलाने वाले ग्रहण के रूप में भी देखा जा रहा है। वहीं यह ग्रहण भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ाने वाला भी माना जा रहा है। सीमा पर बढ़ रहे तनाव को भी इस सूर्यग्रहण से जोड़कर देखा जा रहा है। यह सूर्यग्रहण भारत में 21 जून को सुबह 9 बजकर 56 मिनट पर शुरू हो जाएगा और ग्रहण के दौरान कुछ स्थानों पर सूर्य 94 प्रतिशत तक छुप जाएगा और रिंग ऑफ फायर के रूप में नजर आएगा।
21 जून को ग्रहण का आरंभ और मोक्ष का समय
ग्रहण की शुरुआत यूं तो 9 बजकर 16 मिनट से है लेकिन भारत में इसका आरंभ सुबह 9 बजकर 56 होगा और यह सबसे पहले गुजरात के द्वारका शहर में दिखेगा। यहां ग्रहण का मध्य दिन में 11 बजकर 30 मिनट पर होगा जबकि ग्रहण का मोक्ष 1 बजकर 20 मिनट पर होगा। जबकि 2 बजकर 28 मिनट पर पूरे देश में ग्रहण समाप्त हो चुका होगा। भारत में सबसे अंत में कोहिमा में ग्रहण का मोक्ष होगा यहां ग्रहण का आरंभ 11 बजकर 04 मिनट पर होगा।
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21 जून को ग्रहण, जानें सूतक का समय
ग्रहण का आरंभ भारत में 9 बजकर 56 मिनट से हो रहा है इसलिए नियमानुसार ग्रहण से 12 घंटे पहले ग्रहण का सूतक लग जाएगा। वैसे जिस नगर में ग्रहण का आरंभ जिस समय से हो रहा है उसी अनुसार ग्रहण का सूतक का समय भी लागू होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि शास्त्र कहता है कि सूर्यग्रहण में ग्रहण स्पर्श होने से ठीक 12 घंटे पहले सूतक आरंभ होता है। इसलिए भारत में 20 तारीख की रात 9 बजकर 56 मिनट से ग्रहण का सूतक मान्य होगा। दिन में 2 बजकर 28 मिनट पर पूरे देश से ग्रहण का सूतक समाप्त हो जाएगा। वैसे अलग-अलग नगरों में सूतक समाप्त होने का समय अलग-अलग हो सकता है, क्योंकि ग्रहण का समापन अलग-अलग नगरों में अलग समय पर होगा।
Surya Grahan 21 June : सूर्यग्रहण, कहां दिखेगा
कंकण सूर्यग्रहण का नजारा दुनिया भर के लोगों के साथ भारत के लोग भी देख पाएंगे। यह वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा, जिसमें चंद्रमा की छाया सूर्य के 99 फीसदी भाग को ढक लेगा। वैज्ञानिक दृष्टि से सूर्यग्रहण एक खगोलीय घटना है जिसमें पृथ्वी और सूर्य के बीच में चंद्रमा आ जाता है। इससे सूर्य की आंशिक या पूर्ण रोशनी धरती पर नहीं आ पाती है। इसी घटना को सूर्यग्रहण कहते हैं। जब सूर्य का कुछ हिस्सा ही ग्रहण के दौरान ढक जाता है तो उसे आंशिक या खंडग्रास ग्रहण कहते हैं और जब सूर्य पूरी तरह ढक जाता है और रोशनी चारों ओर से एक कंगन की तरह दिखने लगती है तो उसे कंकण सूर्यग्रहण या खग्रास कहते हैं। यह घटना हमेशा अमावस्या तिथि को होती है। जबकि चंद्रग्रहण हमेशा पूर्णिमा तिथि को लगता है।
Surya Grahan 21 June : यहां दिखेगा भारत में कंकण सूर्यग्रहण
साल 2020 में भारत में दिखने वाला एक मात्र सूर्यग्रहण कंकण सूर्यग्रहण होगा। लेकिन पूरे देश में यह ग्रहण खग्रास के रूप में नजर नहीं आएगा। कुछ स्थानों पर लोग इस ग्रहण को खंडग्रास के रूप में ही देख पाएंगे। भारत में मसूरी, टोहान, चमोली, कुरुक्षेत्र, देहरादून में यह ग्रहण कंकण रूप में नजर आएगा। जबकि कई नगरों में ग्रहण का प्रतिशत अलग-अलग होगा और खंडग्रास के रूप में दिखेगा। देश की राजधानी दिल्ली में ग्रहण के दौरान सूर्य का 95 प्रतिशत हिस्सा कटा हुआ दिखेगा।
Surya Grahan 21 June : सूर्यग्रहण का फल और प्रभाव
ज्योतिष के विशेषज्ञों की मानें तो इस सूर्यग्रहण से ग्रह नक्षत्रों में होने वाले बदलावों से कोरोना महामारी की अंत होना शुरू हो जाएगा। इस बार सूर्य ग्रहण रविवार को होने की वजह से वर्षा की कमी, गेहूं, धान और अन्य अनाज के उत्पादन में कमी आ सकती है। वहीं गाय के दूध का उत्पादन भी घट सकता है। इसके अलावा यह भी माना जा रहा है कि प्रमुख देशों के राष्ट्राध्यक्षों के बीच भी तनाव और बहस बढ़ सकती है। वहीं व्यापारियों के लिए यह ग्रहण अच्छा और लाभ देने वाला माना जा रहा है।
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